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यादों की चिड़िया

अब मिलना नही होता तुझसे कभी पर , तेरे ख़त अब भी मिल जाते हैं , बिखरे हुए दानों की तरह मुझे यूँ ही  कभी कभी,  झांकते हुए से   कभी इस पल्ले से ...

शनिवार, 12 सितंबर 2020

ANTIM सच

Picture credit Kumud Tiwari
बचपन से आज तक स्मृतियों की बाढ़ ..
शरीर कब छोड़ देता है चोला
आत्मा बन जाने के लिए
समय कितना लगता है 
ये सच आजमाने के लिए
शरीरी हकीकत के 
 रूहानी में बदल जाने के लिए
फिर भी गवारा करता नही मन 
इस सच को मान जाने के लिए..

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