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यादों की चिड़िया

अब मिलना नही होता तुझसे कभी पर , तेरे ख़त अब भी मिल जाते हैं , बिखरे हुए दानों की तरह मुझे यूँ ही  कभी कभी,  झांकते हुए से   कभी इस पल्ले से ...

सोमवार, 24 अगस्त 2015

दुआओं के रिश्ते--

जब भी तुझको याद करते हैं
 इक दुआ का ख़याल आता है
मेरी साँसों से निकली
तेरी हमसफ़र थी
इक तार तेरे मेरे दरमियान
दुआओं में बहते आंसुओं का रिश्ता —-
–समझना/समझाना बेहद मुश्किल है !

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