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यादों की चिड़िया

अब मिलना नही होता तुझसे कभी पर , तेरे ख़त अब भी मिल जाते हैं , बिखरे हुए दानों की तरह मुझे यूँ ही  कभी कभी,  झांकते हुए से   कभी इस पल्ले से ...

मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

अब कोई शाम नही आती
तेरा इंतज़ार लिए

बस एक सांस है
के तेरा नाम गाये जाती है

अलविदा तुझसे कहा भी नही जाता
सिलसिला तुझसे रखा भी नही जाता
वक़्त जो तय कर गया है एक सफर
उस राह पर वापिस पलटा भी नही जाता


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