तुम आओगे तुमने कहा था
तुम आये क्यों नहीं , तुमने बुलाया क्यों नहीं
कितना पानी बह गया
समय के दरिया में
मैं खड़ी रही ,किनारे पर एक तरफ
तुम आये क्यों नहीं ,तुमने बुलाया क्यों नहीं
तुम अब क्यों आये हो आवाज़ दे रहे हो इतनी जोर से
क्यों बुला रहे हो मुझे
मानो मेरे बिन तुम्हारा कोई नहीं
तुम अब क्यों आये हो जब तुम्हारा आना
कोई आना न रहा
मैं मैं न रही और कोई सपना बाकी न रहा
तुम आये क्यों नहीं , तुमने बुलाया क्यों नहीं
कितना पानी बह गया
समय के दरिया में
मैं खड़ी रही ,किनारे पर एक तरफ
तुम आये क्यों नहीं ,तुमने बुलाया क्यों नहीं
तुम अब क्यों आये हो आवाज़ दे रहे हो इतनी जोर से
क्यों बुला रहे हो मुझे
मानो मेरे बिन तुम्हारा कोई नहीं
तुम अब क्यों आये हो जब तुम्हारा आना
कोई आना न रहा
मैं मैं न रही और कोई सपना बाकी न रहा
