वक़्त ने जिनको पथप्रदर्शक बनाया
एक कठिन समय मे जिसने सबको रास्ता सुझाया
कुछ तो हट कर हमसे तुमसे उसमे बात होगी
जिसने पूरे विश्व को उसका बनाया
दोस्तों की बात छोड़ो दुश्मनों को भी कभी
उसने
अपनी खूबी से मुरीद अपना बनाया
जिसमे इतनी ताकत हो वक़्त उसको मिटा सकता नही
कमियां जो देखना चाहते है कसूर ये उनका नही
ये फितरत आदमी की है कि वो रश्क करता है
जहां वो जा न पाए खुद उसको मटियामेट करता है
मोड़ दो या मिटा डालो युद्ध की यही तकनीक है
शांति के दर्शन को वो कब अंगीकार करता है
दूसरों पर तंज कसना ,उँगली उठाना आसान है
खुद को उसके चोले में बिठा पाए ऐसा कौन इंसान है
माना उसके फैसलों में कुछ कमी होगी जरूर
पर मैने कब कहा है वो इंसान नही भगवान है।
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